(चाँद उस दिन से हँसना भूल गुमसुम हो गया) (चाँद उस दिन से हँसना भूल गुमसुम हो गया)
की थी क़ुबूल हमने दिखाई आपकी वह बेरुख़ी , न पाया कभी करार ,नज़र आपने जो फेर ली ! की थी क़ुबूल हमने दिखाई आपकी वह बेरुख़ी , न पाया कभी करार ,नज़र आपने जो फेर ...
कि उसकी आत्म जागीर किसी सनामी-अनामी- गुमनामी की मोहताज नहीं। कि उसकी आत्म जागीर किसी सनामी-अनामी- गुमनामी की मोहताज नहीं।
कुछ भी तो यहां नहीं बदला है, सब वैसा ही है जैसा तुम छोड़ गयी थी, मैं वैसा ही हूँ जैसा तुम्हें पसंद न ... कुछ भी तो यहां नहीं बदला है, सब वैसा ही है जैसा तुम छोड़ गयी थी, मैं वैसा ही हूँ ...
ये दिल कल भी आपसे बेपनाह मोहब्बत करता था, आज भी करता है, ये दिल कल भी आपसे बेपनाह मोहब्बत करता था, आज भी करता है,
गुमसुम - सी है ये कलियाँ हमारी, तोड़ो न इनको नन्ही है बेचारी। गुमसुम - सी है ये कलियाँ हमारी, तोड़ो न इनको नन्ही है बेचारी।